सुन मेरे हमसफर 170
170 काव्या सबके लिए खाना लगा चुकी थी। सभी डाइनिंग टेबल पर आ चुके थे लेकिन शिवि अभी भी कमरे में थी। धानी ने कहा "कुहू बेटा! जाकर देखा तो कहां रह गई वह!" काव्या सबके लिए प्लेट लगाते हुए बोली "यह लड़की कभी टाइम पर नहीं खाती। लगी होगी किसी मीटिंग में। पेशेंट को यह देना है, पेशेंट को वह देना है ऑब्जर्वेशन में रखना है टाइम टाइम पर मॉनिटर करना है। पता नहीं क्या मजा आता है इसको!" कार्तिक बोले "उसका पैशन है जिसे उसने खुद से चुना है। और जब हमारा जॉब हमारे पैशन को मैच करता है तो इंसान खाना पीना सोना सब भूल जाता है। मुझे खुशी है कि कम से कम कोई तो है जिसने अपने पैशन को फॉलो किया। वरना हमारे बच्चों को देख लो, हमें पता ही नहीं है कि उन्हें करना क्या है।" कुहू ने मुंह बना लिया और बोली "काया! जाकर शिवि को बुला ले आ।" काया उठी और तेजी से सीडीओ पर दौड़ लगा दी। काया को कुहू के सामने बहुत अनकंफरटेबल फील हो रहा था। सच बताने के बाद वह कुहू से नजरे नहीं मिल पा रही थी, इसलिए मौका मिलते ही वह सर पर पैर रखकर भागी। ...