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अप्रैल, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सुन मेरे हमसफर 76

76     अव्यांश मीटिंग रूम में सबके साथ बैठा हुआ था। इस वक्त सभी किसी प्रोजेक्ट पर डिस्कशन कर रहे थे लेकिन अव्यांश का दिमाग तो कहीं और ही अटका हुआ था। उसे रह रह कर बस मिश्रा जी की बात याद आ रही थी जिसकी वजह से वह इस मीटिंग में कंसंट्रेट नहीं कर पा रहा था।      सिद्धार्थ ने एकदम से अव्यांश के कंधे पर हाथ रखा और पूछा "क्या हुआ? कहां खोया हुआ है? कब से देख रहा हूं तुझे ऐसे!"     अव्यांश की तंद्रा टूटी और वह हड़बड़ा कर सीधा होकर बैठ गया। "नहीं बड़े पापा! सब ठीक है, यही हूं मैं आप सबके बीच।"      अव्यांश कुछ अलग लग रहा था और यह बात सारांश ने भी नोटिस की। उन्होंने कहा "तू यहां है और हमें दिख भी रहा है लेकिन तेरा ध्यान कहां है? सुबह सब कुछ ठीक था फिर अचानक से ऐसा क्या हुआ जो तू इतने टेंशन में नजर आ रहा है? बात क्या है?"      अव्यांश कुछ कहता है उससे पहले ही समर्थ ने उसका मजाक उड़ाते हुए कहा "कोई टेंशन नहीं है इसको चाचू। मुझे लगता है निशी को भी ऑफिस ज्वाइन कर लेना चाहिए। वरना यह यहां काम नहीं कर पाएगा।"    सबकी नजर अव्यांश पर ठहर गई। अव्यांश ने सबकी आंखों

सुन मेरे हमसफर 75

  75      कार्तिक सिंघानिया हंसते हुए बोला "साला! वाकई तेरी जैसी किस्मत किसी की नहीं होगी। मतलब तेरी एक्स गर्लफ्रेंड, तेरी मंगेतर और तेरा प्यार सारे एक साथ! यानी तेरा पास्ट प्रेजेंट और फ्यूचर तीनो बहने है?" इतना कहते हुए कार्तिक और जोर से हंसने लगा।      कुणाल को कार्तिक का यू हंसना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा। उसने अपने हाथ में पकड़ा ग्लास साइड में फेंका और कार्तिक पर चढ़ गया। कार्तिक जितना हंसता, कुणाल उसे उतना ही मारता। कुछ देर बाद जब दोनों ही थक कर चूर हो गए तो वहीं जमीन पर ही लेट गए। दोनों ही होश में नहीं थे।      कार्तिक सिंघानिया ने पूछा "तूने सोचा है आगे क्या करेगा? अगर उसके घर वालों को पता चल गई यह बात तो तेरी वाट लगनी तय है। भूल जा उस लड़की को। वह कभी तेरे करीब नहीं आएगी। अगर उसे पता चल गया कि निकी के साथ तेरा चक्कर था तो वह..........."      कुणाल उसे बीच में ही रोकते हुए बोला "वो जानती है यार! उसे पता है। निक के साथ मेरा रिश्ता और कुहू के साथ मेरी सगाई, उसे सब पता है। मैंने उससे बात करने की कोशिश की तो उसने सबसे पहला सवाल यही किया, तुम नेत्रा के बॉयफ्

सुन मेरे हमसफर 74

74     कुणाल सीधे कार्तिक के अपार्टमेंट पहुंचा और दरवाजे पर नॉक किया, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। कुणाल का दिमाग वैसे ही खराब था। दो-तीन बार और नॉक करने पर भी जब कार्तिक ने दरवाजा नहीं खोला तो उसने जोर से दरवाजे पर लात मारी। पीछे से कार्तिक चिल्लाते हुए बोला "क्या कर रहा है यार? दरवाजा टूट जाएगा मेरा। नुकसान हो जाएगा। और अगर पापा ने इस बारे में पूछ लिया तो मैं क्या जवाब दूंगा उनको?"     कुणाल गुस्से में पलट कर देखा और बोला "तुझे कहा था ना जल्दी पहुंच! इतना टाइम कहां लगा तुझे?"      कार्तिक के हाथ में बियर के कार्टून थे। उसने वह कार्टून बॉक्स कुणाल के हाथ में पकड़ाया और अपने पॉकेट से चाबी निकालकर दरवाजे के की-होल में डालते हुए बोला "तेरे लिए ही इंतजाम करने गया था। तेरी आवाज से साफ पता चल रहा था कि तेरा मूड बिल्कुल भी ठीक नहीं है।"      कार्तिक ने दरवाजा खोला और कुणाल के हाथ से बॉक्स लेकर अंदर की तरफ चला आया। कुणाल भी उसके पीछे-पीछे गया और पैर से मारकर दरवाजा बंद कर दिया। वह अपार्टमेंट, पूरे फ्लोर पर था। कार्तिक सिंघानिया के डैड ने ऐसी कई सारी प्रॉपर्टी खर

सुन मेरे हमसफर 73

  73     कुणाल ने अपनी मां को फोन लगाया। मिसेज रायचंद अभी किसी काम में लगी हुई थी। कुणाल का फोन देख उन्होंने खुश होकर फोन उठाया और बोली “ससुराल से फुर्सत मिल गई तुम्हें? मुझे तो लगा था कि आज तुम्हें घर की याद नहीं आने वाली।“      कुणाल ने जबरदस्ती मुस्कुराकर कहा “मां! चाहे कोई भी इंसान हो, वो अपने घर को कभी नहीं भूल सकता।“      मिसेज रायचंद ने पूछा “अच्छा बताओ, सब कैसा रहा वहां पर? और अभी तुमने फोन क्यों किया, जब घर आ ही रहे हो तो?”       कुणाल ने एकदम से कहा “मैं घर नहीं आ रहा।“     मिसेज रायचंद को अपने बेटे की बात समझ नहीं आई। उन्होंने पूछा "क्या हुआ? कोई परेशानी है? कुछ हुआ है क्या? तुम्हारे और कुहू के बीच सब ठीक तो है ना?"      कुणाल ने सीधे सपाट लहजे में कहा, "मां! मैं कुहू से सगाई तोड़ रहा हूं।"      मिसेज रायचंद का दिल धक से रह गया। वो अपनी जगह से उठकर खड़ी हो गई और बोली "कुणाल! ये कैसी बात कर रहे हो तुम? इस रिश्ते लिए तुमने हामी भरी थी। ऐसे कैसे इस रिश्ते को तुम तोड़ सकते हो? यह रिश्ता सिर्फ तुम्हारे और कुहू के बीच नहीं हैं, बल्कि दो परिवारों के बीच भी

सुन मेरे हमसफर 72

  72    कुणाल के जाने के बाद अव्यांश ने निर्वाण से पूछा "तेरे और कुणाल के बीच कुछ प्रॉब्लम चल रही है क्या?"       यह सवाल सुनकर निर्वाण चौक गया। लेकिन उसे इतनी भी कुछ हैरानी नहीं हुई, क्योंकि उसे लगा ही था अव्यांश उससे कुणाल के बारे में कुछ ना कुछ जरूर पूछेगा। लेकिन इतनी जल्दी और कुहू से सामने पूछेगा, ये नही सोचा था। अव्यांश के सवाल पर सबसे पहले तो निर्वाण की नजर कुहू पर गई जो उसके ही जवाब का इंतजार कर रही थी। आखिर उसके सामने उसी के होने वाले पति के बारे में बात करना निर्वाण को सही नहीं लग रहा था। वह चाहता तो था कि सबको कुणाल की असलियत बता दें, लेकिन इस बारे में उसके पास कोई सबूत नहीं था।       अव्यांश ने फिर सवाल किया "क्या बात है निर्वाण? सब ठीक है? देख! इस बारे में मैं सीरियस हूं। अगर कोई प्रॉब्लम है तो तू बता सकता है।"     निर्वाण ने कुछ बोलने के लिए अपना मुंह खोला लेकिन एक बार फिर उसकी नजरे जाकर कुहू पर अटक गई। उसने जबर्दस्ती मुस्कुराकर कहा "नहीं भाई, ऐसा कुछ नहीं है। सब ठीक है। मैं तो बस उससे इसलिए नाराज था क्योंकि वो हमारी प्यारी बहन को हमसे दूर ले जाएगा

सुन मेरे हमसफर 71

 71      कुणाल बहाने से शिवि को देखने उसके पीछे किचन में तो आ गया लेकिन उससे बात क्या करेगा यही उसकी समझ में नहीं आया। और उसने जब कोशिश की थी तो शिवि ने ऐसी बात कह दी जिसे सुनकर ही उसे हजार वोल्ट का झटका लगा। नेत्रा का बॉयफ्रेंड!!!???      सबसे पहली बात तो कुणाल को नेत्रा का असली नाम पता ही नहीं था, वो उसे निकी ही बुलाता था। दूसरी बात, ना ही उसने कभी अपना असली नाम निकी को बताया था। उन दोनों के बीच इसी बात को लेकर डील हुई थी और दोनों रिलेशनशिप में आए थे जो कि एक बहुत ही कैजुअल रिलेशनशिप था। दोनों में से कोई भी इस रिलेशनशिप को लेकर सीरियस नहीं था। यह बात कुणाल और नेत्रा दोनों जानते थे कि कुछ टाइम के बाद वह दोनों हमेशा के लिए अलग हो जाएंगे। लेकिन रिश्ते के बारे में निर्वाण को भनक लग गई थी और उसने गुस्से में कुणाल के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। लेकिन शिवि तक यह बात कैसे पहुंची? उसके बारे में तो निर्वाण को भी नहीं पता था। वह नहीं जानता था कि कुहू की सगाई उसके साथ हुई है तो फिर शिवि इतने कॉन्फिडेंस से कैसे कह सकती थी कि वो ही नेत्रा का बॉयफ्रेंड है?     कुणाल को चुप देख शिवि ने पूछा "क्या हुआ? क

सुन मेरे हमसफर 70

70      शिवि की आवाज सुनकर सभी ने पलट कर उसकी तरफ देखा। लेकिन जब कुणाल की नजर शिवि पर गई तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गई। उसे यकीन नहीं हुआ कि जो वह देख रहा है वह सच है या कोई सपना।      शिवि अपने नॉर्मल कपड़ों में एक हाथ में अपने डॉक्टर वाला कोट और दूसरे हाथ में एक कोई पैकेट लिए मुस्कुराती हुई खड़ी थी। वह जल्दी से आगे आई और अपना कोट और पैकेट एक तरफ सोफे पर जल्दी से फेंक कर डाइनिंग टेबल पर बैठ गई। इससे पहले कि वह अपनी थाली में कुछ ले पाती, सब ने एक साथ अपने हाथ में पकड़ा चम्मच प्लेट पर पटक दिया।      शिवि के हाथ वहीं रुक गए। उसने मासूम बनते हुए कहा "प्लीज! हॉस्पिटल से हाथ धो कर आई हूं।"      सारांश ने पूछा "हॉस्पिटल से हाथ धो कर आई हो, तो ड्राइव किसने किया?"      शिवि सर झुका कर बोली "मैंने!"     सिद्धार्थ ने पूछा "गाड़ी का दरवाजा किसने खोला?"     शिवि सर झुकाए बोली "मैंने!"      समर्थ ने पूछा "तेरे केबिन का दरवाजा किसने खोला था?"      अब इससे ज्यादा शिवि नहीं सुन सकती थी। उसने अपने दोनों हाथ खड़े किए और बोली "ठीक है! बस

सुन मेरे हमसफर 69

 69     कुणाल बस अव्यांश के चेहरे को देखे जा रहा था लेकिन उसके चेहरे पर ऐसी कोई बात नहीं थी जिससे उसको शक होता। अव्यांश भी आराम से अपनी ड्यूटी करने में लगा हुआ था। कुहू टहलते हुए आई और किचन के दरवाजे पर खड़े होकर बोली "आप लोगों को मेरी किसी हेल्प की जरूरत है क्या?"      सभी एक साथ कुहू की तरफ पलट गए और हाथ बांधकर खड़े हो गए। समर्थ कुहू का मजाक बनाते हुए बोला "हां! हमें जरूरत है ना तेरी! तुझे आता है यह सब बनाना तो एक काम कर, कल का सारा ब्रेकफास्ट तेरे जिम्मे। एक काम कर, कल का सारा नाश्ता तू अकेले अपने हाथों से बनाएगी, वह भी हम सबके लिए, ठीक है?"       समर्थ अच्छे से जानता था कि खाना बनाने मे कुहू का हाथ कितना तंग है और यह जानते हुए भी कुहू का इस तरह किचन में हेल्प के लिए आना सबको समझ में आ गया कि वह सिर्फ कुणाल की हेल्प करना चाहती थी। कुहू समर्थ का जवाब सुनकर इंबैरेस हो गई और चुपचाप वहां से निकल गई।       बाहर सभी गार्डन में बैठे बातें करने में बिजी थे। सारांश ने इस बार कुणाल के हाथों सबके लिए जूस भिजवाया था। ऐसा सबको सर्व करते हुए कुणाल को बहुत अजीब लग रहा था। लेकिन