सुन मेरे हमसफर 74

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    कुणाल सीधे कार्तिक के अपार्टमेंट पहुंचा और दरवाजे पर नॉक किया, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। कुणाल का दिमाग वैसे ही खराब था। दो-तीन बार और नॉक करने पर भी जब कार्तिक ने दरवाजा नहीं खोला तो उसने जोर से दरवाजे पर लात मारी। पीछे से कार्तिक चिल्लाते हुए बोला "क्या कर रहा है यार? दरवाजा टूट जाएगा मेरा। नुकसान हो जाएगा। और अगर पापा ने इस बारे में पूछ लिया तो मैं क्या जवाब दूंगा उनको?"


    कुणाल गुस्से में पलट कर देखा और बोला "तुझे कहा था ना जल्दी पहुंच! इतना टाइम कहां लगा तुझे?"


     कार्तिक के हाथ में बियर के कार्टून थे। उसने वह कार्टून बॉक्स कुणाल के हाथ में पकड़ाया और अपने पॉकेट से चाबी निकालकर दरवाजे के की-होल में डालते हुए बोला "तेरे लिए ही इंतजाम करने गया था। तेरी आवाज से साफ पता चल रहा था कि तेरा मूड बिल्कुल भी ठीक नहीं है।"


     कार्तिक ने दरवाजा खोला और कुणाल के हाथ से बॉक्स लेकर अंदर की तरफ चला आया। कुणाल भी उसके पीछे-पीछे गया और पैर से मारकर दरवाजा बंद कर दिया। वह अपार्टमेंट, पूरे फ्लोर पर था। कार्तिक सिंघानिया के डैड ने ऐसी कई सारी प्रॉपर्टी खरीद रखी थी, जिनमें से यह भी एक था। और ये कार्तिक सिंघानिया के नाम पर था, जहां पर वो अक्सर अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने चलाता था।


     कुणाल कई बार यहां चुका था इसलिए वहां का इंटेरियर देख कुछ हैरानी नहीं हुई। वह सीधे किचन में गया और नीचे वाले सेल्फ से व्हिस्की और वाइन के बोतल उठा लाया।


     कार्तिक सिंघानिया ने जब यह देखा तो बोला "यह क्या कर रहा है? मैं तेरे लिए बियर लेकर आया हूं। ये सब चढ़ जाएगी तुझे। तेरी कैपेसिटी इतनी नहीं है कि तू इतना हैंडल कर सके।"


     लेकिन कुणाल तो कुछ सुनने के मूड में नहीं था। इस वक्त उसके दिमाग में जो चल रहा था, उसे बाहर निकालने के लिए उसका होश में ना होना ज्यादा जरूरी था। कार्तिक सिंघानिया ने कुणाल के कंधे पर हाथ रखा और पूछा "क्या हुआ है? ऐसा क्या हो गया है जो तू इस कदर बेचैन है? बता मुझे!"


    लेकिन कुणाल ने कार्तिक का हाथ झटक दिया और बैठकर कॉकटेल बनाने लगा। कार्तिक सिंघानिया चुपचाप खड़ा होकर कुणाल की हरकत देख रहा था। उसने फिलहाल उसे कुछ ना कहना ही बेहतर समझा। उसे देखते हुए कार्तिक ने बीयर की कैन उठाई और खुद भी पीने लगा।


   कुछ देर बाद कुणाल को जब नशा होने लगा, तब जाकर वह आराम से एक हाथ में गिलास लेकर बैठ गया और खुद ही बोलना शुरू किया "तू जानना चाहता है मेरे साथ किया हुआ है? क्या बताऊं तुझे? दुनिया का सबसे अनलकी इंसान अगर कोई होगा तो वह सिर्फ मैं हूं। अगर किसी को लगता है कि उसकी किस्मत खराब है तो उसे मुझ से मिलवा देना। मैं बताऊंगा उसे की किस्मत खराब होना किसे कहते हैं।"


     कार्तिक ने एक बार फिर सवाल किया "लेकिन ऐसा क्या हो गया जो तू इस कदर डिसएप्वॉइंटेड है?"


     कार्तिक ने अपने हाथ में पकड़ा ग्लास एक सांस में खत्म किया और बोला "तुझे याद है निक्की! वह जो साउथ अफ्रीका में मेरे साथ थी, मेरी गर्लफ्रेंड!"


    कार्तिक ने याद करते हुए कहा "वह लड़की जो तेरे साथ कैजुअल रिलेशनशिप में थी? जिसने तुझे अपना असली नाम नहीं बताया था और ना ही तूने अपनी आइडेंटिटी उसे बताई थी।"


     कुणाल नशे में झूमते हुए बोला "हां वही। तुझे पता है उसका असली नाम क्या है? उसका नाम नेत्रा है। अब तू यह सोच रहा है कि मुझे उसका नाम कैसे पता? और अचानक से मैं उसे क्यों याद कर रहा हूं? यार बैडलक तो यही से शुरू हुई ना मेरी! तुझे याद कुहू अपनी जिस चित्रा मां की हमेशा बातें किया करती थी, नेत्रा उन्हीं की बेटी है। यानी इस रिश्ते से वह कुहू की बहन हुई।"


     कार्तिक सिंघानिया को समझ नहीं आया कि आखिर कुणाल इस बात को लेकर इतना टेंशन में क्यों है! उसने पूछा "वह निक्की या नेत्रा जो भी थी, वह तो तेरा पास्ट थी ना यार? और तुम दोनों म्युचुअली एक दूसरे से अलग हुए थे। अब कुहू से तुम्हारी सगाई तुम दोनों की मर्जी से हुई है। ठीक है, तेरी मर्जी नहीं थी इसमें। तो इसमें इतना दुखी होने वाली क्या बात है? अगर तुझे लगता है कि यह बात कुहू के घर वालों के सामने आई तो तेरा और कुहू का रिश्ता टूट जाएगा? अबे यही तो तू चाहता था ना? तुझे कुहू से शादी नहीं करनी थी तो ये तो अच्छा होगा ना?"


    कुणाल ने अपने लिए एक ग्लास और बनाया। कार्तिक सिंघानिया ने उसके हाथ से वो ग्लास छीनते हुए कहा "इससे ज्यादा तुझे पीने की इजाजत नहीं है। आंटी जी अगर पूछेंगी तो मैं क्या जवाब दूंगा? और यहां अगर तूने उल्टियां कर दी तो सफाई कौन करेगा? मैं नहीं करने वाला कुछ। और तू ऐसे पी रहा है जैसे तेरी गर्लफ्रेंड तुझे छोड़कर भाग गई हो।"


      कुणाल जो अभी तक कार्तिक के हाथ से ग्लास छीनने की कोशिश कर रहा था, वो एकदम से रुक गया और वापस अपनी जगह बैठ कर बोला "यही तो प्रॉब्लम है यार! यही तो सबसे बड़ी प्रॉब्लम है!! तुझे क्या लगता है, जब मुझे पता चला तो मुझे खुशी नहीं हुई? उसका भाई! उसने मुझे पहचान लिया और मुझे धमकी दी कि वह मेरे और निकी के रिश्ते के बारे में सबको बता देगा और कुहू से मेरी शादी होने नही देगा। मैंने उसे कुछ कहा नहीं, लेकिन मैं बहुत खुश था। अंदर से नाचने वाली फीलिंग आ रही थी। मेरा नाचने का मन कर रहा था लेकिन मेरी खुशी जैसे भगवान को बर्दाश्त नहीं होती। तुझे पता है, जिस लड़की से मैं प्यार करता हूं, जिसे ढूंढने के लिए मैंने दिन रात एक कर दिया, वह मुझे मिल गई। और तुझे पता है वो मुझे कहां मिली?"


     कार्तिक सिंघानिया कुणाल की बातें सुनकर खुश हो गया और आंखे बड़ी-बड़ी करके बोला "तुझे वाकई वो लड़की मिल गई? मतलब सीरियसली! मुझे यकीन नहीं होता। कल तक तो तू एकदम से गिव-अप कर चुका था, फिर अचानक से कैसे? और कहां मिली वो तुझे?"


      कुणाल हंसते हुए बोला "वही, उसी घर मे।"


    कार्तिक को समझ नहीं आया तो उसने फिर पूछा "उस घर में? मतलब वह वहां काम करती है क्या? तुझे काम वाली बाई तो पसंद नहीं आ गई?"


    कुणाल ने बियर का खाली कैन कार्तिक की तरफ फेंक कर मारा। कार्तिक धीरे से झुका और उस कैन से बचकर बोला "बता ना! कहां मिली वो तुझे? और कौन है वह?"


    कुणाल ने कार्तिक की तरफ देखा और बोला "कुहू की बहन लगती है वह।"


     कार्तिक के चेहरे पर अजीब से एक्सप्रेशन थे। कुणाल बोला "जिस तरह निकी कुहू की बहन लगती है, वैसे ही वो लड़की, शिवि, जिसे मैं प्यार करता हूं, वह भी कुहू की बहन है।"


    कार्तिक सारी बातों का निचोड़ समझने में लगा हुआ था। और जैसे ही उसे सारी बात समझ में आई, उसके मुंह में भरा बियर फव्वारे की तरह कुणाल पर गिरा और उसकी हंसी छूट गई।



*****




    शिवि तैयार होकर अपना सफेद कोट हाथ में लिए बाहर जाने को हुई तो श्यामा ने उसे पीछे से आवाज दिया "इस वक्त कहां जा रही है सवारी?"


     शिवि ने पलट कर देखा और बोली "मां! जाते हुए को पीछे से आवाज नहीं देते।"


     श्यामा कमर पर हाथ रख कर बोली "तुम्हारी मां हूं मैं। तुमसे ज्यादा जानती हूं इस बात को, इसलिए पूछ रही हूं, कहां चली सवारी? कल इतना लंबा सफर करके आई, ऊपर से इतनी देर तक डांस किया, उस पर भी चैन नहीं मिला तो घर आकर आराम करने की बजाय हॉस्पिटल के लिए निकल गई। तुम्हें थकान होती भी है या नहीं? आंखों के नीचे काले गड्ढे हुए जा रहे हैं, लेकिन अपनी तो कोई परवाह ही नहीं है। खबरदार जो आज हॉस्पिटल का चेहरा भी देखा तो! मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।"


     शिवि को अपनी मां की यह बात बिल्कुल पसंद नहीं आई। वह नाराज होकर बोली "मां! मैं अपना ख्याल रखती हूं और बहुत अच्छे से रखती हूं। बाकी आप लोग तो हो ही। जाना जरूरी है। अगर जरूरी नहीं होगा तो फिर मैं क्यों जाऊंगी हॉस्पिटल? कल तो मैं आपके साथ ही आई थी ना? लेकिन कुछ इमरजेंसी हुई थी इसलिए मुझे जाना पड़ा, वरना क्यों जाती?"


     श्यामा हाथ नचाकर बोली "हां! हॉस्पिटल में एक ही तो डॉक्टर है। दूसरा कोई तो है नहीं। तुम्हारे हॉस्पिटल वाले को पता ही नहीं था कि तुम सेमिनार गई हो और कल रात ही वापस आई। लगता है मैनेजमेंट को अच्छे से समझाना होगा कि कब किसको किस वक्त बुलाना है और कब किसको किस वक्त नहीं बुलाना है।"


     शिवि ने अपनी मां को जवाब देना चाहा लेकिन कुछ कह नहीं पाई। उसने बड़ी उम्मीद से अपने चाचू की तरफ देखा जो ऑफिस जाने के लिए बाहर निकलने वाले थे। सारांश ने श्यामा को पीछे से कंधे से पकड़ कर कहा "भाभी! क्यों नाराज हो रही हो आप उस बेचारी पर? आपको तो प्राउड फील होना चाहिए कि आपकी बेटी इतने लगन से अपनी ड्यूटी पूरी करती है। वैसे भी, एक बार इंसान इस लाइन में चला आए तो नींद तो वैसे ही उड़ जाती है। इंसान बैठकर क्या, घोड़े की तरह खड़े खड़े सो जाता है और अपनी नींद पूरी कर लेता है।"


    श्यामा इस बार किसी की नहीं सुनने वाली थी। उसने उल्टा सारांश को ही डांट लगा दिया "आप तो इस सब में बोलिए ही मत! उसको बिगाड़ने वाले में सबसे पहला नाम आपका आता है, उसके बाद उसके पापा का। लड़की है, अगर अपना ख्याल नहीं रखेगी तो कौन रखेगा?"


    सारांश और शिवि कुछ कहने को हुए उससे पहले ही श्यामा ने सारांश से कहा "आज आपको ऑफिस नहीं जाना? लगता है आज फ्री है! तो एक काम क्यों नहीं करते, शिवि की जगह आज आप ड्यूटी कर आओ। मेरी भी टेंशन दूर हो जाएगी और इमरजेंसी में आप के जैसा बेस्ट डॉक्टर कहां मिलेगा!"


     बात अपने ऊपर आते देख सारांश ने कहा "भाभी! मुझे तो अभी ऑफिस के लिए निकलना है। अब शिवि को जाना है तो ज्यादा नहीं, बस 1 घंटे के लिए चली जाएगी, क्यों शिवि?"


    शिवि ने भी अपनी चाचू की हां में हां मिला या और कहा "हां मां! प्लीज!! बस 1 घंटे की बात है, मैं जल्दी से आ जाऊंगी और प्रॉमिस, आज पूरा दिन सोती रहूंगी। आप उठाओगे तब भी नहीं उठने वाली। प्लीज प्लीज!"


    श्यामा कुछ कहती, उससे पहले ही सारांश ने शिवि को आंखों से इशारा किया तो शिवि श्यामा के गले लगकर जल्दी से वहां से बाहर भाग गई। सारांश भी जल्दी से अपने ऑफिस के लिए निकल गया। श्यामा खड़ी हैरानी से उन दोनों को देखती रही।


    बाहर निकल कर शिवि ने अपने ड्राइवर को आवाज लगाई और अपना फोन देखा। आखिरी कॉल उसने नेत्रा को किया था लेकिन कॉल जाने से पहले ही उसने कॉल कट दिया था। लेकिन अभी वो क्या करे? नेत्रा से सीधे सीधे कुहू और कुणाल के रिश्ते के बारे में बात करे या उसके और कुणाल के रिश्ते की सच्चाई के बारे में पूछे? शिवि परेशान हो गई।




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