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जनवरी, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सुन मेरे हमसफर 5

SMH 5      कुहू मायूस होकर वापस पार्टी हॉल में जाने को हुई। एक बार उम्मीद से उसने पलट कर देखा तो अंधेरे में उसे एक रोशनी नजर आई जो उसके पास ही आ रही थी। कुहू की आंखें खुशी से चमक उठी। उसे कुणाल की गाड़ी सामने से आती हुई नजर आ रही थी। उसके होठों पर एक बड़ी सी स्माइल आ गई। एक्साइटमेंट में वह भागती हुई गाड़ी के सामने जाकर खड़ी हो गई, यह भी नहीं सोचा कि इससे उसका एक्सीडेंट भी हो सकता है।       एकदम से कुहू को अपनी गाड़ी के सामने आता देख कुणाल ने गाड़ी का ब्रेक जोर से लगाया, जिससे उसके टायर के घिसने की आवाज उस शांत माहौल में गूंज गई। घबराहट में कुणाल का गला सूख गया। लेकिन कुहू के चेहरे पर से खुशी जरा सी भी कम नहीं हुई, ना ही हल्की सी शीकन नजर आई।      कुणाल जल्दी से बाहर निकला और वह ऊपर गुस्सा होते हुए बोला "पागल हो क्या? अभी एक्सीडेंट हो जाता तो? वो तो अच्छा था जो गाड़ी की स्पीड ज्यादा नहीं थी। लेकिन इतनी कम भी नहीं थी जो तुम बच जाती! अब कुछ बोलोगी या यूं ही पागलों की तरह मुस्कुराती रहोगी?"    कुहू होश में आई और बोली "तुम्हारे होते हुए मुझे कुछ नहीं हो सकता। मुझे पता था, तुम

सुन मेरे हमसफर 4

 SMH       अवनी ने फोन रख कर सारांश को अच्छे से डांट लगानी शुरू की। सारांश बड़े प्यार से अपनी को देखे जा रहा था और उसकी डांट को इंजॉय कर रहा था। काव्या ने उन दोनों को इस तरह देखा तो अपने सर पकड़ लिया और उनके पास आकर बोली "तुम दोनों का रोमांस खत्म हो गया हो तो चले? चित्रा अभी आती ही होगी। उसने तुम दोनों को ऐसे देख लिया ना तो समझ लो सबके सामने क्या करेगी!"      "किसी ने मुझे याद किया?" चित्रा की आवाज सुनकर उन तीनों ने देखा, गुलाबी साड़ी में लिपटी चित्रा उनके पीछे ही खड़ी थी जो आज भी बेहद खूबसूरत लग रही थी।      चित्रा की नजर जब अवनी की लाल आंखों पर गई तो वह बोली "यह क्या? आज के दिन कौन रोता है? माना, 25 साल पहले तुम दर्द में रो रही थी इस सडू के कारण, लेकिन क्या मैं अभी रोने का रीजन जान सकती हूं? इस सडू ने कुछ सुनाया तुम्हें? तुम बताओ मुझे, मैं अभी इसकी अकल ठिकाने लगाती हूं।"      अवनी कुछ कहती उससे पहले सारांश बोल पड़ा "भलाई का तो जमाना ही नहीं रहा। जो अच्छा करें, उसी के साथ बुरा करो तुम लोग। तुम्हारी प्यारी दुलारी अवनी, मेरे बेटे को याद कर रो रही थी और

सुन मेरे हमसफर 3

 SMH3      अव्यांश कुछ देर तक उस ब्रेसलेट को देखते रहा, फिर कुछ सोचने के बाद वह भी पब के अंदर चला गया। अंदर भीड़ पहले से ज्यादा हो चुकी थी और अव्यांश की नजर उसी लड़की को ढूंढ रही थी जिसने काले रंग का लॉन्ग गाउन पहन रखा था। लेकिन उसे वह लड़की कहीं नजर नहीं आई।    "अंदर ही तो आई थी वह! इतनी देर में कहां जा सकती है?" अव्यांश अभी यह सब सोच ही रहा था कि उसका फोन बजा। उसने फोन निकाल कर देखा कि कायरा उसे कॉल कर रही थी। उसने कॉल रिसीव किया और जैसे ही अपने कान से लगाया, उसकी नजर सामने स्टेज पर नाचती हुई एक लड़की पर गई जिसने शॉर्ट ड्रेस पहन रखी थी। अव्यांश के मुंह से निकला "निशी..........!"       कायरा उसके मजे लेते हुए बोली "कौन निशी?"      अव्यांश को ध्यान आया और वह हड़बड़ा कर बोला "कौन? कौन निशी? तेरी फ्रेंड है क्या?" तब तक वो बाहर निकल चुका था।       कायरा बोली "ज्यादा बकवास न करी! और यह नाम तुमने ही लिया है। सच सच बता, कौन यह निशी? वरना मैं जाकर सबको बता दूंगी।"      अव्यांश घबरा गया और बोला "ऐसा मत करना, मैं बताता हूं।" और उसने सा

सुन मेरे हमसफर 2

 SMH2 SMH 2     अवनी ने काव्या को कॉल लगाया। तब तक वह सुहानी के कमरे के दरवाजे के बाहर खड़ी थी। दरवाजा अंदर से बंद था सो उसने बाहर से ही आवाज लगाई "सोनू...........! सोनू क्या कर रही है बच्चा? सब पार्टी वेन्यू पर पहुंच चुके हैं और आप हो कि अभी तक तैयार नहीं हुई! देर हो रही है बच्चा। मैं तो पहले ही बोल रही थी, घर में ही पार्टी रखते हैं लेकिन मेरी सुनता कौन है! जब से अंशु गया है तब से.........……!"      अवनी अपनी ही बात पूरी ना कर पाई। अपने बेटे को याद कर उसकी आंखें नम हो गई। फोन की दूसरी तरफ से एक काव्या की आवाज आई "खुद भेजा तूने उसे, अपने से दूर। और खुद ही उसे याद कर रो रही है?"      काव्य की आवाज सुनकर अवनी बोली "तो और क्या करती मैं भी? सारांश के प्यार ने उसे बुरी तरह बिगाड़ कर रख दिया था। घर से दूर, अपने पैरों पर खड़ा होना भी तो जरूरी है उसके लिए। वरना जिस कारोबार को पापा ने, दादाजी ने इतने संभाल कर रखा, उसको कैसे संभाल पाएगा? समर्थ है, लेकिन अंशु को भी तो अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। मां हूं उसकी, कोई दुश्मन नहीं जो दोनों बाप बेटी मेरे से नाराज रहते हैं। पढ़ने

सुन मेरे हमसफर 1

 SMH1     बेंगलुरु का मारूतहल्ली (माराथल्ली) एरिया    एक बड़ा होटल जो अंदर से एक पब भी था, उस पब में एक ग्रैंड पार्टी चल रही थी लेकिन वहां बाकी के लोग भी अपनी पार्टी इंजॉय करने में लगे हुए थे। वहीं एक साइड पर कुछ लोग किसी का इंतजार कर रहे थे ताकि पार्टी शुरू किया जा सके।     एक लड़की बोली "अरे यार! और कितना इंतजार करना होगा? कहां है हमारा हीरो? हमारा बर्थडे बॉय?      दूसरी लड़की बोली "इंतजार करने के अलावा और कोई चारा नहीं है हमारे पास। अभी तक ना बर्थडे बॉय आया है ना ही बर्थडे केक।      तीसरी लड़की ने कहा "मैं कॉल करके देखती हूं।"      उस पहली लड़की ने कहा "मैंने कॉल किया था। उसका कहना है अभी वह ट्राफिक में फसा है।"      "कौन ट्रैफिक में फंसा है?" अचानक से आई आवाज से सभी चौक पड़े। लड़कियों की नजर जैसे ही सामने खड़े लड़के पर गई वह सभी भागते हुए उसके गले लग गई और जोर से चिल्लाई "हैप्पी बर्थडे अंश मित्तल..……...!"       बाकी लड़कों ने भी हाथ मिलाकर अंश को हैप्पी बर्थडे विश किया तो अंश बोला "हेय! मेरा बर्थडे केक कहां है?"