ये हम आ गए कहाँ!!! (39)

       रूद्र को शौक चढ़ा था शरण्या का सैंटा बनने के लिए लेकिन शरण्या की विश पूरी करने के चक्कर में खुद अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार लेगा इसका अंदाजा उसे बिल्कुल भी नहीं था। उसने शरण्या के सामने उसकी तारीफ की, साथ ही उसे थोड़ा सा चिढ़ाने के लिए, थोड़ा सा जलाने के लिए उसने उस लड़की का नाम लिया जिससे बस सबसे ज्यादा खुन्नस खाती थी। रूद्र शायद भूल गया था कि वह यूं ही शरण्या को शाकाल नहीं बुलाता, उसकी हरकतें भी ऐसी ही थी। शरण्या कोई बेचारी लड़की नहीं थी जिसे कोई भी परेशान कर सके खासकर के रूद्र! वो जो कुछ भी सोच कर आया था उसके बदले में इस वक्त उसकी हालत खराब थी।

      रूद्र को शांत देख शरण्या ने अपने दोनों बाजू फोल्ड किए और बोली, "क्या हुआ? तुझे तो मेरा सेंटा बनना था ना, मेरी पूरी विश लिस्ट मांगी थी तूने! एक विश तो मेरी पूरी नहीं कर पा रहा, बाकी का क्या खाक करेगा! अभी तो लिस्ट शुरू भी नहीं हुई और तो अभी से आनाकानी कर रहा है। एक काम कर, तु घर जा! मुझे नहीं पूरी करनी अपनी कोई भी विश, उसके लिए मैं खुद ही काफी हूं। जो करना होगा मैं कर लूंगी लेकिन आइंदा से कभी किसी के सामने चौड़े होकर मत बोलना कि रूद्र अपने वादे से नहीं मुकरता।" रुद्र ने सुना तो उसे बुरा लगा, आखिर वो यहां आया किस लिए था! लेकिन इस तरह किसी के सामने कपड़े उतारना उसे बहुत अजीब लग रहा था उसने एक बार कोशिश करनी चाही। 

      "शरण्या! तेरी कोई और विश तो बता ना! तूने कहा ना कि पूरी विश लिस्ट है तेरे पास तो ऐसा तो नहीं है कि यही विश रह गई है तेरी! इसके आगे वाला बता, यह वाला ना फिर कभी करेंगे। एक तो रात भी कितनी हो गई है और ठंड भी लग रही है यार, ऐसे में ऐसा डांस...... मेरी तो कुल्फी जम जाएगी, तू समझ ना मेरी बात।" शरण्या ने अपनी उंगलियों से भौहों पर कुछ देर रब किया और एकदम से जाकर बालकनी का दरवाजा बंद कर पर्दे लगा दिए। सारी खिड़कियां भी बंद कर दी और बोली, "देख रूद्र! मेरे इस विश के लिए मैंने कई साल से इंतजार किया है। आज जब मौका मिल रहा है तो मैं उसे हाथ से नहीं जाने देना चाहती। पता नहीं फिर कब तेरा मूड बने और तू मेरे लिए ये सब करने को तैयार हो जो मैं चाहती हूं। तुझे पता है, मैं 10 साल की रही होंगी जब मुझे पहली बार यह स्ट्रिप डांस का आइडिया आया था। तब से सोच रही थी काश कि मेरी लाइफ में मुझे एक बार चांस मिले लाइव देखने का। ये तो मेरी विश लिस्ट में सबसे टॉप पर है और तू इसे ही पूरी करना नहीं चाहता। प्लीज रूद्र! देख मैं तुझे प्लीज कह रही हूं, कभी कहा है मैंने तुझसे? एसी चालू है, टेंपरेचर नॉरमल है अब तुझे ठंड नहीं लगेगी। चल शुरू हो जा।"

       रूद्र ने अपने चारों ओर नजर दौड़ाई और बोला, "अगर कोई अंदर आ गया तो और मुझे ऐसी हालत में देख लिया तो? मेरी तो इज्जत चली जाएगी ना!!!" 

      "तेरी कौन सी इज्जत बची है जरा बताना मुझे? और रही बात किसी और के आने की तो इस वक्त घर में सभी सो रहे हैं। अगर फिर भी तुझे डर लग रहा है तो मैं दरवाजा बंद कर देती हूं।" कहते हुए उसने दरवाजा लॉक कर दिया और बोली, "वैसे भी यह मेरा पर्सनल मोमेंट है, इसे मैं किसी के साथ शेयर नहीं कर सकती तो रिलैक्स! यहां जो कुछ भी होगा वह सब मैं रिकॉर्ड करके रखूंगी।" रिकॉर्डिंग का नाम सुनकर रूद्र के रोंगटे खड़े हो गए। उसे अच्छे से पता था, शरण्या ने अगर रिकॉर्डिंग कर लिया तो वह उसके साथ क्या करेगी। उसे सामने कोई चारा नजर नहीं आ रहा था। उसने मन ही मन कहा, "थैंक्यू दादी! मुझे यहाँ फसाने के लिए! किसने कहा था आपसे मुझे ये आईडिया देने को? अच्छे से जानते हो आप यह लड़की कैसी है और कितनी बड़ी पागल है, इसके बावजूद मुझे शेर की गुफा में अकेले भेज दिया, वह भी आधी रात को, वह भी उसको खुश करने के लिए!!! शेर को खुश करने का मतलब जान से जाना। मर गया बेटा तु! यह तो प्यार करने से पहले सोचना चाहिए था। वह तो बार-बार तुझे धमकाती रहती थी और तुझे याद दिलाती रहती थी कि वह कौन है।" 

     रूद्र को चुप देख शरण्या ने अपना सर पकड़ लिया और बोली,"तु निकाल यहाँ से, तुझसे नहीं होगा और आइंदा कभी अपनी शक्ल मत दिखाना मुझे और ना ही मैं तेरी शक्ल देखना चाहूंगी।" रूद्र घबरा गया और बोला, "तू इतनी जल्दी बेचैन क्यों हो जाती है? कर रहा हूं ना मैं! लेकिन मुझे बस एक सवाल का जवाब दे दे। तू मुझसे ही यह सब क्यों करवाना चाहती है मतलब तेरे पास और भी कई ऑप्शन होंगे ना!" शरण्या कुर्सी से उठी और बिस्तर पर आराम से लेटते हुए बोली, "तू अपनी इस आर से गर्लफ्रेंड को होटल के कमरे में ले कर गया है?" रूद्र ने ना में सर हिला दिया तो शरण्या बोली, "फिर तो मुझे अभी चाहिए। तेरी उस आरजे गर्लफ्रेंड से पहले मुझे तेरी बॉडी देखनी है। ठीक है मैं रिकॉर्ड नहीं करूंगी, अगर तुझे डर लग रहा है तो। इतना एहसान तो तुझ पर कर ही सकती हूं। वैसे भी मैंने तुझसे कहा था, आओ कभी हवेली पे, तेरे जलवे देखेंगे और तेरी ख्वाहिश भी पूरी करेंगे। तु खुद चलकर आया मेरी हवेली पर तो यह मौका हाथ से जाने कैसे दु?" 

     शरण्या की बात सुन रूद्र को मन ही मन हंसी आ गई। उसने सोचा "चल शुरू हो जा बेटा क्योंकि आखिर में तुझे यह सब उसके लिए करना ही होगा। अब तक शायद तूने इसी के लिए खुद को बचा कर रखा था और जिसके लिए बचा कर रखा था आज वही तेरी इज्जत उतारने पर तुली है तो तेरे पास दूसरा कोई ऑप्शन नहीं बचता" सोचते हुए रूद्र ने अपनी जैकेट धीरे से उतारी। शरण्या को यकीन नहीं हुआ कि रूद्र उसके लिए ऐसा कुछ करेगा भी, लेकिन वो यह सब कर रहा था। उसने एक-एक कर अपने ऊपर के कपड़े उतारने शुरू कर दिए। शरण्या की आंखें उसकी बॉडी देख खुली की खुली रह गई। वो अपनी पलकें झुकाना भूल गई। उस रात रूद्र के कमरे मे काफी मद्धम रौशनी के कारण वो ठीक से देख नही पाई थी। रूद्र की फिजिक्स काफी मस्कुलर थी। उसने सोचा नहीं था कि वह खुद पर इतना ध्यान देता होगा। कहां तो हो शर्म से अपनी आंखें बंद करना चाहती थी और कहा इस वक्त वह रूद्र को बिना पलकें झपकाए घूर कर देख रही थी। रूद्र ने जैसे ही अपना बेल्ट उतारा शरण्या बोली, "तु रहने दे बस इतना काफी है। एक ही बार में इतना देख लिया बहुत है। बाकी का अपनी वाली को दिखाना, उसके लिए कुछ तो होना चाहिए ना जो मैंने ना देखा हो।"

     रूद्र समझ गया कि शरण्या उसे इस तरह देखकर शरमा रही है और घबरा भी रहीं है। अब उसे मौका मिला था थोड़ा सा उसको छोड़ने का तो वह यह मौका हाथ से कैसे जाने देता। उसने कहा, "कोई बात नहीं, तू मेरी लाइफ में आई वो पहली लड़की है तो यह हक तेरा बनता है। मैं तो करूँगा, आखिर तेरी विश थी और उसे पूरा करना मेरा काम है। तु बस देख" कहते हुए रूद्र ने जैसे ही अपनी पैंट खोलनी चाही, शरण्या ने अपने दोनों हाथों से अपनी आंखें बंद कर लिए जिससे रूद्र को हंसी आ गई। वह बोला, "तु वह पहली लड़की है जो मुझे इस तरह इस हाल में देख रही है। वरना आज तक किसी ने भी मेरी बॉडी नहीं देखी सिवाए मेरी मां और दादी के।" 

      शरण्या ने अपनी आंखें खोली और एक तंज़ भरी मुस्कान के साथ बोली, "अच्छा!! बोल तो ऐसे रहा है जैसे कभी किसी लड़की के साथ डेट पर नहीं गया। डेट पर क्या-क्या होता है यह तु मुझे मत बता बच्चु। ऐसे मत दिखा जैसे तू अभी भी वर्जिन है।" रूद्र ने अपने होंठ दबा लिया और नजर चुराते हुए बोला, "अब जो है सो है, इसमें मजाक बनाने वाली क्या बात है?" शरण्या की आंखें हैरानी से फैल गयी। उसे यकीन नहीं हुआ जो कुछ भी अभी अभी उसने सुना था। उसने अपने हाथों से दोनों कान मले और बोली, "मैंने अभी जो सुना....... शायद मैंने गलत सुना। तूने कहा कि तू अभी भी वर्जिन है!!!! सच में....... तु मजाक नहीं कर रहा.........!" रुद्र ने एक बार फिर हाँ में सिर हिलाया और एक बार ना मे। जिसे देख शरण्या कंफ्यूज हो गई। रूद्र बोला, "हां तेरे पहले सेंटेंस के लिए और ना तेरे दूसरे सेंटेंस के लिए।"

      शरण्या को अभी भी यकीन नहीं हो रहा था। वो चिल्लाते हुए बोली, "अरे तेरी!!! यह तो ब्रेकिंग न्यूज़ है, मैं अभी लावी दी को बता कर आती हूं।" कहते हुए वो दरवाजे की ओर लपकी। रूद्र उसे देख घबरा गया क्योंकि अगर यह बात किसी के सामने आ गई तो उसकी इज़्ज़त उतर जानी थी। उसने अब तक जो इमेज बना कर रखी थी वह सब खराब हो जाना था। जैसे ही शरण्या ने दरवाजा खोलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया। रूद्र ने एक हाथ से उसका मुंह दबाया और दूसरे हाथ से उसे कमर से पकड़ कर ऊपर उठा लिया और खींचते हुए उसे बिस्तर पर पटक दिया। "खबरदार जो ये बात तूने किसी से भी कहीं तो! ये बात विहान को भी नहीं पता इसीलिए तु अपना मुंह बंद रखेगी वरना तेरे ऐसे कई सारे राज है जो मैं जानता हूं और कोई नहीं, समझ लेना मैं क्या करूंगा।" शरण्या का मुह अभी भी बंद था और वो रूद्र की गिरफ्त में थी। उसकी बाहों में वैसे ही कुछ भी कहने की हालत में नहीं थी, उसका दिल जोरों से धड़क रहा था। उसने बस हाँ में सिर हिला दिया तो रूद्र ने अपनी पकड़ ढीली कर दी लेकिन उसे छोड़ा नहीं। उसने शरण्या को कंबल ओढाया और उसके बाल सहलाते हुए बोला, "तेरी जो भी विश है, मैं वो सब पूरी करना चाहता हूं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि तु मेरे सीक्रेट्स को दुनिया के सामने लाएगी। रात बहुत हो गई है, सो जा और अगर नींद नहीं आ रही तो मैं हूं यहां पर तेरे पास, ठीक है! जब तक तू नहीं सोती मैं यहां से नहीं जाऊंगा। चल अब सो जा, देर रात तक जागना अच्छी बात नहीं होती।" शरण्या ने हैरानी से रूद्र को देखा। जो इंसान खुद रात भर जागता था वही उसे जल्दी सोने को कह रहा था। 

      शरण्या को सुलाते हुए रूद्र खुद वहीं सो गया। उसकी साँसे शरण्या के काँधे से टकरा रही थी जिस कारण शरण्या की नींद उडी हुई थी। रूद्र की बाहों मे उसके इतने करीब होते हुए उसे खुद के ज़ज़्बातों को काबू करना मुश्किल हो रहा था। 


टिप्पणियाँ

  1. Awesome lovely super beautiful jabardast behtareen lajabab part

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  2. बहुत ही बेहतरीन भाग था मैम!! 👌👌 एकदम बेस्ट पार्ट था ये...!! रुद्र का आज जो रूप देखा, अपनी शरण्या, अरे नही साकाल के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार!! मुझे तो बेहद पंसद है इन दोनों के साथ के मोमेंट्स! खट्टी-मीठी तकरार होती है और उसमे ढेर सारा प्यार!! 😍😍💙💙

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