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ये हम आ गए कहाँ!!! (81)

81     रुद्र ने शरण्या के साथ डिनर डेट प्लान की और उसके बाद उसे उस जगह ले गया जहां उसने शरण्या के लिए एक फ्लैट खरीदा था। शरण्या को पहले तो हैरान हुई उसके बाद वो गुस्सा हो गई। आखिर उस फ्लैट को खरीदने में उसने अपना सब कुछ लगा दिया था। वह सारे शेयर्स जो उसने मार्केट में इन्वेस्ट किए थे वो सब बेच दिए थे। उन्ही शेयर्स से होने वाले प्रॉफिट के बदले उसने अपनी आर्ट गैलरी खोली थी, जिसे शुरू हुए अभी एक महीना ही हुआ था। शरण्या का गुस्सा जायज था क्योंकि उसे यह सब कुछ बेवजह लग रहा था। वह अच्छे से जानती थी रूद्र के पापा भले ही कितने भी अमीर क्यों ना हो लेकिन रूद्र कभी उनसे पैसे नहीं लेता था। अब तक उसने जो भी खर्च किए थे वो सब उसके खुद के पैसे थे।      शरण्या को इतना गुस्सा हुआ देख रूद्र उसे समझाते हुए बोला, "सारे शेयर्स नहीं बेचे मैंने! सिर्फ वही जो शेयर मार्केट से उठाए थे, कंपनी में जो मेरे शेयर है वह अभी भी मेरे पास है जिनके जरिए में अभी भी अच्छा खासा पैसा कमा सकता है और तेरा ख्याल रख सकता हूं। अब हमारी शादी हो चुकी है और मेरी भी कुछ जिम्मेदारियां बनती है कि मैं तेरे लिए कुछ...